मुद्रदे अनेक है और हर एक मुद्रदे के अनेक पक्ष है। पहला पक्ष हमें सीधे सीधे आम तौर पर दिखाई दे जाता हैं और हम उस पर जब विचार करते हैं तो अनेक विचारधाराएं सामने आ जाती है। उन्ही विचारधाराओं में से एक विचारधारा इस ब्लाग की भी होगी। जो एक पक्ष होगा यानी मेरा पक्ष।
all d best... shera....god bless u
ReplyDeletethanku
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