Wednesday 30 August 2017

ऐसे हालात, आम आदमी से ज्यादा कैदी के पास है रहने के लिए जगह

भारत में रहने के लिए लोगों के पास जगह इतनी कम होती जा रही है कि एक कैदी को उससे ज्यादा जगह जेल में मिल रही है। ये एक रिपोर्ट से सामने आया है, जिसके मुताबिक करीब 80 फीसदी भारतीय ऐसे हालातों का सामना कर रहे हैं।

ये रिपोर्ट नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) ने तैयार की है घरों की हालत और मॉडल जेल मेन्यूल 2016 को ध्यान में रखा है।

रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में रहने वालों लोगों के पास 449 स्कॉयर फीट एरिया है, वहीं करीब 5 परिजन एक मकान में रहते हैं। इस हिसाब से एक जन को 94 स्कॉयर फीट का एरिया मिल पाता है, जबकि जेल में रहने वाले कैदी को 96 स्कॉयर फीट एरिया उपलब्ध होता है।



वहीं शहरी इलाकों का हाल भी कुछ ऐसा ही है जहा एक परिवार को करीब 380 स्कॉयर फीट एरिया मिलता है, जिसमें करीब 4 परिजन रहते हैं। अगर ये आकंड़ा आंका जाए तो हर परिजन को 93 स्कॉयर फीट स्पेस मिलता है और वो भी जेल में रहने वाले कैदी की जगह से कम है।

हां, ऐसा भी है कि कहीं एक छोटे मकान में कई लोग रहते हैं और एक बड़े मकान में सिर्फ एक शख्स रहता है और इस आधार पर ये आंका नहीं जा सकता।
लेकिन ये भी सच है कि भारत में रहने वाले लोगों के पास जगह की कमी काफी ज्यादा है।

ये रिपोर्ट 15 राज्यों से आकंड़ा जुटाने के बाद तैयार की गई है। इसके मुताबिक जगह की तंगी में सबसे ऊपर बिहार है, जहां प्रति व्यक्ति स्पेस 66 स्कॉयर  फीट रहता है।

Sunday 13 September 2015

डूसू चुनाव: एबीवीपी ने मारी बाजी


दिल्ली विश्वविद्दालय छात्र संघ चुनाव में ऑल इंडिया विद्दार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने एनएसयूआई को हराया. डूसू राजनीति में पहली बार कदम रखने वाली आम आदमी पार्टी की छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईवाईएस) को भी हार का मुंह देखना पड़ा. एबीवीपी के सतिंदर अवाना ने अध्यक्ष पद पर 20439 वोटों की जीत के साथ एनएसयूआई के प्रदीप विजयराम को हराया साथ ही उपाध्यक्ष पद पर सन्नी डेडाह, जॉइंट सेक्रटरी पद पर अंजलि राणा और सेक्रटरी पद पर छत्रपाल यादव ने जीत दर्ज की. लॉ स्टूडेंट डेडाह ने सीवाईवाईएस की गरीमा राणा को 7570 वोटो के मार्जन के साथ हराया। जॉइंट सेक्रटरी और सेक्रटरी पद का मार्जन 4610 और 6065 रहा जिसमें अंजलि राना ने सेक्रटरी बन कर एनएसयूआई के अमीत सहरावत और छत्रपाल यादव ने जॉइंट सेक्रटरी बन दीपक चौधरी को हराया।



नए अध्यक्ष अवाना का कहना है कि सीवाईवाईएस को बस बैनरों की राजनीति करनी आती है उन्हें जमीनी राजनीति का कुछ नहीं पता. हम इस साल छात्रों के किए अपने वादों को पूरा करेंगे। साथ ही अवाना ने यह भी कहा कि हमने उन्हें(सीवाईवाईएस) से कोई चैलेंज नहीं लिया था साथ ही वे असल मुद्दों पर बात नहीं की हालांकि इससे हमें फायदा हुआ है। जीत का सेलिब्रेशन आतिशबाजी और नाच गाने के साथ किया गया. समर्थकों ने जीते हुए उम्मीदवारों को कंधों पर उठा कर जश्न मनाया. पिछले साल भी एबीवीपी ने जीत का पर्चा लहराया था।